क्रिकेटर्स ने भेजे न्यूड फोटो: अनया (Ananya bangar), सांजय बांगर (Sanjaya bangar) की बेटी ने जेंडर ट्रांजिशन और हरासमेंट के अनुभव साझा किए
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच सांजय बांगर (Sanjay Bangar) की बेटी अनया (Ananya) ने हाल ही में एक खुले इंटरव्यू में अपने जीवन के कुछ चौंकाने वाले और प्रेरणादायक अनुभव साझा किए। उन्होंने न सिर्फ अपनी जेंडर री-अफर्मिंग सर्जरी (Gender Re-affirming Surgery) के सफर के बारे में बताया, बल्कि यह भी खुलासा किया कि कैसे कुछ क्रिकेटर्स (Cricketers) ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया। यह कहानी न सिर्फ खेल जगत में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करती है, बल्कि ट्रांसजेंडर (Transgender) समुदाय के संघर्षों को भी दिखाती है।
क्रिकेटर्स का अनुचित व्यवहार और सोशल मीडिया हरासमेंट (Social Media Harassment)
अनया ने बताया कि जब वह सोशल मीडिया पर एक्टिव थीं, तो कुछ जाने-माने क्रिकेटर्स ने उनके साथ गलत तरीके से पेश आया। उन्होंने विस्तार से बताया, “मैंने कुछ प्लेयर्स को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर फॉलो किया था। कुछ समय बाद, उनमें से कुछ ने मुझे न्यूड फोटो भेजना शुरू कर दिया और अनचाहे सेक्सुअल मैसेज भेजे। यह बेहद डिस्टर्बिंग था।”
हालांकि अनया ने इन क्रिकेटर्स के नाम नहीं बताए, लेकिन उन्होंने कहा कि यह घटना खेल जगत में महिलाओं और LGBTQ+ समुदाय के सदस्यों के साथ होने वाली परेशानियों की एक झलक भर है। उन्होंने इस मुद्दे पर खुलकर बात करके एक साहसिक कदम उठाया है।
जेंडर ट्रांजिशन का इमोशनल सफर (The emotional journey of gender transition )
अनया ने अपनी जेंडर जर्नी (Gender Journey) के बारे में विस्तार से बताया। वह पैदा तो एक लड़के के रूप में हुई थीं, लेकिन बचपन से ही महसूस करती थीं कि उनकी असली पहचान कुछ और है। उन्होंने बताया, “मैं हमेशा से जानती थी कि मैं एक लड़की हूँ। जब मैं छोटी थी तो मैं लड़कियों के कपड़े पहनना चाहती थी, लड़कियों वाले खिलौने से खेलना चाहती थी।”
इस कॉन्फ्लिक्ट से जूझते हुए अनया ने आखिरकार जेंडर री-अफर्मिंग सर्जरी (Gender Re-affirming Surgery) करवाने का फैसला किया। उन्होंने इस प्रक्रिया को “एक नई जिंदगी की शुरुआत” बताया। उनकी यह कहानी उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपनी जेंडर आइडेंटिटी (Gender Identity) को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
पिता सांजय बांगर का पूरा सपोर्ट (Full support of Sanjay Bangar)
इस पूरे सफर में अनया को अपने पिता और पूर्व भारतीय क्रिकेट कोच सांजय बांगर (Sanjay Bangar) का पूरा सपोर्ट मिला। अनया ने बताया, “मेरे पापा ने हमेशा मेरी भावनाओं को समझा। जब मैंने उन्हें बताया कि मैं क्या महसूस करती हूँ, तो उन्होंने मेरा पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि मेरी खुशी ही उनके लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है।”
सांजय बांगर का यह रवैया उन सभी माता-पिता के लिए एक मिसाल है जिनके बच्चे अपनी जेंडर आइडेंटिटी को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। अनया के अनुसार, परिवार का सपोर्ट इस पूरी प्रक्रिया में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
समाज के लिए एक संदेश (Message for the society)
अनया की कहानी समाज के लिए कई महत्वपूर्ण संदेश देती है। पहला तो यह कि हर किसी को अपनी पहचान चुनने का अधिकार है। दूसरा, खेल जगत सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं और LGBTQ+ समुदाय के सदस्यों के साथ होने वाली हरासमेंट (Harassment) को रोकने की जरूरत है।
अनया ने कहा, “मैं चाहती हूँ कि मेरी कहानी उन लोगों की मदद करे जो अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। साथ ही, मैं यह संदेश देना चाहती हूँ कि किसी को भी अनचाहे सेक्सुअल एडवांस (Unwanted Sexual Advances) बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।”
निष्कर्ष (Conclusion):
अनया सांजय बांगर की कहानी साहस, आत्म-स्वीकृति (Self-acceptance) और पारिवारिक समर्थन की मिसाल है। उन्होंने न सिर्फ अपनी जेंडर आइडेंटिटी को स्वीकार किया, बल्कि खेल जगत में होने वाली अनैतिक प्रथाओं पर भी सवाल उठाया। उनकी यह जर्नी उन लाखों लोगों के लिए आशा की किरण है जो अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मुख्य बिंदु (Key Points):
- अनया ने कुछ क्रिकेटर्स द्वारा न्यूड फोटो और अनचाहे मैसेज भेजे जाने का खुलासा किया
- जेंडर री-अफर्मिंग सर्जरी के बाद अपनी असली पहचान पाई
- सांजय बांगर ने अपनी बेटी के फैसले का पूरा समर्थन किया
- समाज में अधिक स्वीकृति और समझ की जरूरत पर जोर दिया
यह कहानी हमें यह याद दिलाती है कि हर किसी को अपनी पहचान चुनने और सम्मान से जीने का अधिकार है। अनया का साहस निश्चित रूप से कई लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा।
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